केंगेन वाटर में हायड्रोजन और ऑक्सीजन कैसे बनता है..???
आजकल जब भी हम किसी को साइंटिफिक जानकारी देते है तो सवाल आना लाजमी है, और सवाल के जवाब आपके पास होने चाहिए। एक सवाल बहुत कॉमन आता है कि कोई भी पानी का फार्मूला तो H2O है, फिर केंगेन वाटर में हायड्रोजन या ऑक्सीजन एक्स्ट्रा कैसे आएगा? इसके लिए हमे इलेक्ट्रॉलसिस या आयोनाइजेशन को समझना होगा। इस प्रक्रिया में साधारण पानी को जब केंगेन डिवाइस में पहुचाया जाता है, तो यह H2O इसमें लगी प्लेटिनम की प्लेट्स से आयोनाइजेशन प्रक्रिया करता है और दो भागों में डिवाइड होता है। आयोनाइजेशन में दो पार्ट होते है, एक प्लस चार्ज और दूसरा नेगेटिव चार्ज। साधारण पानी इसमें से गुजरने के दौरानपर H+ (हाइड्रोजन आयन)और OH-(हैड्रॉक्सिल आयन) में टूट जाता है। प्लस चार्ज की ओर नेगेटिव आयन और नेगेटिव चार्ज की ओर प्लस आयन जाना शुरू होते है। इसी आयोनाइजेशन के बाद जैसे ही पानी बाहर आने लगता है तो 2 OH- यानी हैड्रॉक्सिल आयन मिलकर फिर से H2O बनाते है, लेकिन ये H2O अब एक एक्स्ट्रा O (सिंगल ऑक्सिजन) के साथ है, जब केंगेन वाटर डिवाइस से बाहर आता है तो ये दो O मिलकर O2 (परफेक्ट ऑक्सीजन गैस) के रूप में आ जाता है।
कुछ ऐसे समझिए 👇🏻
H20 Ionization H+ OH-
OH- + OH- = H2O With O
(With Singel Oxygen)
2 Extra 👉🏻 O Creat 👉🏻O2
(Perfect Oxygen )
इसी तरह आयोनाइजेशन प्रक्रिया के दौरान H2O टूटने पर OH- के साथ साथ H+ यानी सिंगल हाइड्रोजन आयन भी निकलता है, डिवाइस से पानी बाहर आने की प्रक्रिया के दौरान ये दोनों H+सिंगल हायड्रोजन मिलकर H2 परफेक्ट हाइड्रोजन बनकर पानी मे बुलबुलों के रूप में दिखाई देते है।
कुछ ऐसे समझे 👇🏻
H+ + H+ 👉🏻 Create H2 (Perfect Hydrogen)
ऐसे अलग होता है एसिड वाटर!
इसी तरह आयोनाइजेशन की प्रक्रिया में साधारण पानी मे मौजूद माइनस आयन वाले अन्य मिनरल्स जैसे क्लोरीन, नाइट्रोजन ऑक्सएड भी प्लस चार्ज की ओर आकर्षित हो जाते है जो एसिडिक नेचर के होने से एसिडिक पाइप से बाहर आ जाते है!
ऐसे बनता है अल्कलाइन वाटर!
इसी तरह प्लस आयन वाले मिनरल्स जैसे केल्शियम, मैग्नेशियम और पोटेशियम नेगेटिव चार्ज की ओर आकर्षित हो जाते है जो अल्कलाइन नेचर के होने से अल्कलाइन पाइप से आपके पीने के पानी यानी केंगेन वाटर मे आ जाते है।
प्लेटिनम प्लेट्स क्यो है खास
आयोनाइजेशन या इलेक्ट्रॉलसिस की ये प्रक्रिया जर्मन की या तांबे की प्लेट्स भी हो सकती है, लेकिन केंगेन डिवाइस में प्लेटिनम डिप्टेड टाइटेनियम की मेडिकल ग्रेड की जी हाँ 99.99 % मेडीकल ग्रेड की प्लेट्स होती है जो इस प्रक्रिया को अच्छे से कर पाती है। साधारण प्लेट्स में इस प्रक्रिया के दौरान उस धातु के जंग या रस्ट शरीर मे जाने का खतरा होता है इसीलिए केंगेन डिवाइस में प्लेटिनम प्लेट्स इस्तेमाल की गई है जो सबसे बेहतर है। यही वजह है कि केंगेन डिवाइस को ISO 13485 (गूगल पर सिर्फ ISO13485 टाइप करें और देखे इस सर्टिफिकेट का केंगेन के साथ होना मतलब क्या?) और इसी तरह वाटर क्वालिटी एसोसिएशन WQA ने इस डिवाइस को गोल्ड स्टेंडर्ड दिया है।
ये आर्टिकल कोई मेडिकल क्लेम नही है, सिर्फ आपके नॉलेज बढ़ाने के लिए है। केंगेन वाटर वर्ल्ड क्लास वाटर है जो ये सब नही भी जानते है वो भी इस पानी को पीकर अपना जीवन बदल रहे है। अमेरिका के फेमस डॉक्टर डेव कारपेंटर की बुक “चेंज योर वाटर, चेंज योर लाइफ” बुक का पेज नम्बर 14-15 और साथ मे दी हुई इमेज को जरूर देखें।
चेंज योर वाटर, चेंज योर लाइफ!